कर्नाटक: रोजगार के अभाव में बिहारी देश के अन्य राज्यों में नौकरी करने जाते हैं चाहे शिक्षित हो या अशिक्षित बिहार में रोजगार के कमी के कारण बिहार के लाखों युवा इस राज्य से प्लायन कर दूसरे राज्य में रोजगार की तलाश में जाते हैं
1990 से लेकर 2005 तक राजद की सरकार और 2005 से लेकर अब तक सुशासन बाबू की सरकार में बिहार राज्य में कल कारखाने रहे नदारत,उधमी का नहीं रहा बिहार में दिलचस्पी
1990 से लेकर 2005 तक बिहार में राजद की सरकार रही और 2005 से लेकर अब तक सुशासन बाबू की सरकार है लगभग 28 सालों में बिहार में कल कारखाने नदारत रहे.यहां के युवा रोजगार की तलाश में अन्य राज्यों में पलायन करने को मजबूर है चाहे वह युवा कंप्यूटर में इंजीनियरिंग की डिग्री ही क्यों न हासिल कर ली हो या फिर अशिक्षित हो इस राज्य में रोजगार तो दूर की बात है मजदूरी के लिए भी यहां के युवा दूसरे राज्यों पर निर्भर हैं.
पटना एयरपोर्ट पर उतरा शव मंत्री को शव से पहले पहुंचना था एयरपोर्ट, मंत्री के आने में विलंब होने के कारण शव को दोबारा लिया गया एयरपोर्ट के अंदर
बिहार के 7 सपूत जो अपनी आजीविका के लिए अपने राज्य छोड़ दूसरे राज्य में पलायन किया उनके घर का चूल्हा अब कौन जलाएगा पर जैसा राज्य वैसे नेता बिहार सरकार के श्रम मंत्री रहे सुरेंद्र राम अपने निर्धारित समय से विलंब से एयरपोर्ट पहुंचे जिस कारण बिहार के “लाल” जिनकी गलती यही थी कि वह अपने आजीविका के लिए दूसरे राज्य में पलायन किया उनके प्रार्थीक शरीर को पुनः एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा अंदर ले लिया गया कारण यह बताया गया कि अभी बिहार सरकार के माननीय मंत्री श्री सुरेंद्र राम जी नहीं आए हैं जिस कारण से इस शव को अभी उनके रिलीज नहीं किया जाएगा.
श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम के पहुंचने पर ही शवों को एयरपोर्ट से बाहर भेजा गया. मृतक के पार्थिक शरीर को एंबुलेंस मे रखकर उनके पैतृक आवास भेजा गया.
कर्नाटक के विजयपुर के आलियाबाद के इंडस्ट्रियल एरिया स्थित गोदाम में हुई घटना
यह घटना कर्नाटक के विजयपुरा के आलियाबाद के इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित एक गोदाम में घटी जहां पर काम कर रहे मजदूर अचानक 100 टन मक्के की ढेर के गिरने के कारण दब गए और उनकी मौत हो गई.