जमुई : चाचा – भतीजा के लोकसभा चुनाव को लेकर हाजीपुर लोकसभा के लिए जो संघर्ष चल रहा था वह अब चिराग पासवान के बदले सूर से लगता है की राजनीति में कुछ भी संभव है जहां चिराग पासवान हाजीपुर लोकसभा सिट को अपनी मां को दर्जा दे रहे थे तो वही केंद्रीय मंत्री पशुपतीनाथ पारस इसे अपने भाई स्व. रामविलास जी का आशीर्वाद प्राप्त सिट मान रहे थे पर इस सिट के लड़ाई में लगता है कि चिराग पासवान पिछे हटने की तैयारी में है . ऐसा इसलिए कहा जा रहा है की उन्होने इशारों-इशारों में साफ कर दिया है कि वे जमुई से ही अगले लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। चिराग रविवार को अमृत भारत स्टेशन योजना कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जमुई पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि मैंने शुरुआती दौर में ही एक आशीर्वाद जमुई के लोगों से मांगा था। अब वापस आशीर्वाद मांग रहा हूं। मै जवानी में जमुई आया हूं और अब यहां से बुजुर्ग बनकर ही जाना चाहता हूं। चिराग के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि वे अपने चाचा और रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस के लिए हाजीपुर सीट छोड़ सकते हैं।
हालांकि, मीडिया से बातचीत में चिराग ने ये भी कहा कि यह चुनावी गणित है। कौन कहां से चुनाव लड़ता है। समय आने पर बता दिया जाएगा। पारस पहले ही कह चुके हैं कि हम हाजीपुर से ही चुनाव लड़ेंगे। चिराग जमुई का प्रतिनिधित्व करते हैं। वे क्यों अपनी जनता को छोड़ना चाहते हैं.
चिराग ने हाजीपुर को लेकर कहा कि रामविलास पासवान के बेटे होने के नाते मेरी बड़ी जिम्मेदारी हाजीपुर के प्रति है। मेरे नेता की पहचान हाजीपुर से है, वहीं मेरी पहचान जमुई से है। ऐसे में मेरी जिम्मेदारी जमुई की जनता के लिए है.
चिराग ने आगे कहा कि जमुई से मेरा रिश्ता सिर्फ सांसद वाला नहीं है। यहां की एक-एक जनता से मेरा रिश्ता है। जमुई से व्यक्तिगत जो संबंध है, जिसको मरते दम तक निभाएंगे।
इस दौरान चिराग ने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार घमंडी हो गए हैं। उन्होंने कहा कि सीएम को I.N.D.I.A के संयोजक बनने की लालसा है।