गोपालगंज: जिले के मांझागढ़ थाना की पुलिस ने वाहन चोर गिरोह पर बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान पुलिस ने वाहन चोर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। साथ ही चोरी के कई वाहन को बरामद कर जब्त किया गया है।
न्यायिक हिरासत में अभियुक्त
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों से पुलिस पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है साथ ही गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान सिधवलिया थाना क्षेत्र खजुरिया गांव निवासी महेश प्रसाद के बेटा अजय कुमार,नगर थाना क्षेत्र के श्री राम नगर निवासी रामसेवक पासवान के बेटा राजीव रंजन और सिवान जिलेंके जामो बाजार थाना क्षेत्र के मराछी गांव निवासी स्व जयनारायण सिंह के बेटा नीरज कुमार सिंह शामिल है।
वाहन चेकिंग के दौरान पकड़े गए अपराधी
सदर एसडीपीओ 2 अभय रंजन ने बताया मांझागढ़ क्षेत्र के कोईनी गांव एनएच 27 पर पुलिस वाहन जांच कर रही थी। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि बरौली के तरफ से एक बाइक चोर चोरी का बाइक लेके आ रहा है, प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने जांच और तेज कर दी तभी बाइक पर सवार अभियुक्त मौके पर पहुंचा जिसे पुलिस ने पकड़ लिया
वाहन को पांच कर ओरिजिनल इंजन और चेचिस बना देते थे अपराधी
जांच की तब पता चला की वाहन को पंच करके ओरिजिनल इंजन चेचिस बना दिया जाता है। ओरिजिनल मालिक इसके दूर-दूर के जिले के होते थे, जिसका फायदा उठाकर ये लोग चोरी के बाइक को किसी दूसरे नंबर के गाड़ी में कन्वर्ट करके ऊंचे दामों में बेच देते थे।
गिरफ्तार अभियुक्त के निशानदेही पर हुई छापेमारी
बाइक के साथ गिरफ्तार अभियुक्त अजय कुमार के निशानदेही पर टाउन थाना क्षेत्र के श्री राम नगर निवासी राजीव रंजन को गिरफ्तार किया गया। जिसके पास से चोरी का पिकअप एक अपाची बाइक बरामद हुआ। जिसमें प्राप्त हुआ जिसमें से सेम तरीके से पंचिंग कर बेचने के लिए रखा गया था।
राजीव रंजन के निशानदेही के आधार पर अजय कुमार के घर सिधवलिया में छापामारी कर एक चोरी का ट्रैक्टर बरामद किया गया। वही राजीव रंजन के बयान के आधार पर सिवान जिले के जामो बाजार स्थित नीरज सिंह के घर छापामारी करके एक बाइक और एक चोरी का होंडा अमेज कार बरामद किया गया। बरामद कार पर दिल्ली में कांड दर्ज है।
6 वाहन जप्त,तीन व्यक्ति हुए गिरफ्तार
6 वाहन एवं तीन व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। एसडीपीओ ने बताया कि इनका टीम और बड़ा है जिसमें से कुछ और लोगों की पहचान की गई है, जो टीम बनाकर काम करते हैं। यह लोग चोरी के गाड़ी को पंचिंग करके किसी के नाम पर रजिस्टर कर लेते हैं। जिसके कारण सामान्य वाहन चेकिंग में भी नहीं पकड़ा जा सकता, क्योंकि डीएल नंबर में इंजन चेचिस से यह लोग मैच करा देते थे।
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