मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर व्यवहार न्यायालय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सदन में दिए गए लड़का लड़की पर विवादित बयान को लेकर परिवाद दर्ज हुआ है.
अधिवक्ता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विवादित बयान को लेकर दर्ज कराया परिवाद
मुजफ्फरपुर व्यवहार न्यायालय में प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ता अनिल कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री द्वारा लड़का लड़की पर सदन में दिए गए विवादित बयान को लेकर मुजफ्फरपुर के व्यवहार न्यायालय में मुख्यमंत्री के खिलाफ परिवाद दर्ज कराया है “सीजीएम” ने परिवाद को स्वीकार करते हुए 25 नवंबर 2023 को इस मामले पर सुनवाई की तिथि रखी है.
मामले में परिवादी अनिल कुमार सिंह ने बताया की सीएम नीतीश कुमार के द्वारा सदन में जिस प्रकार से बयान दिया गया यह गैर जिम्मेदाराना है और एक संवैधानिक पद पर रहते हुए दिया है .जो की महिलाओ और लड़कियों की भावनाओ को आहत करता है. जिसे लेकर परिवाद दायर कराया गया है और इसको कोर्ट ने स्वीकार करते हुए मामले में 25 नवंबर को करेगी सुनवाई.
मुख्यमंत्री पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं में दर्ज हुआ परिवाद
आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर को कोर्ट में परिवादी के द्वारा आईपीसी की धारा 354(D) 504 505 509 और आईटी एक्ट 67 के तहत कराई गई है जिसको कोर्ट ने स्वीकार किया है और मामले में सुनवाई की तिथि 25 नवंबर 2023 को मुकर्रर किया गया.
मुजफ्फरपुर के एक अन्य अधिवक्ता ने भी इसी मामले में दायर किया परिवाद
मामले में परिवादी के एक अधिवक्ता मोहम्मद असलम साबिर ने बताया कि परिवार के द्वारा मुख्यमंत्री के एक दिए गए बयान को लेकर परिवाद मुजफ्फरपुर के सीजीएम की अदालत में कराया गया है जिसको कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है और आईपीसी की धाराओं के साथ-साथ आईटी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया गया जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए 25 नवंबर की तिथि मुकर्रर की है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में दिए गए अपने विवादित बयान पर सार्वजनिक मंच से माफी मांगी
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सार्वजनिक मंच से प्रेस के द्वारा सदन में दिए गए अपने विवादित बयान पर माफी मांग ली है .उन्होंने कहा कि अगर हमसे किसी प्रकार की कोई त्रुटि पूर्ण शब्द का प्रयोग हो गया हो तो उसके लिए हम माफी मांगते हैं उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि हमारा उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था हमने कोई गैर जिम्मेवार बयान नहीं दिया फिर भी अगर हमारे बयान से किसी की मान मर्यादा को ठेस पहुंचती है तो हम उन सभी से माफी मांगते हैं उन्होंने अपने विपक्षियों का भी इस बयान को लेकर जो स्थिति राज्य में बनाई है उसका भी वह स्वागत करते हैं.