छपरा: नाव हादसा के दूसरे दिन वहां के लोगों का जायजा लेने के लिए महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल पहुंचे.
सांसद ने जिला प्रशासन पर लगाया आरोप कहा जागरूकता के द्वारा इस तरह की घटना को रोका जा सकता था
महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला प्रशासन के लापरवाही के कारण यहां पर इस तरह की घटना हुई है. उन्होंने कहा कि अगर जिला प्रशासन जहां पर नदी का किनारा है वहां पर नाव के क्षमता के अनुसार लोगों को नाव की सवारी करना चाहिए इस तरह की जागरूकता अभियान प्रशासन के द्वारा हर जगह पर करना चाहिए जहां लोग नाव के द्वारा एक जगह से दूसरे जगह यातायात करते हैं.
जिला प्रशासन से लेबर एक्ट के तहत मृत्यु परिवारों को मुआवजा देने के लिए संसद ने की अपील
सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने मृत परिवारों को लेबर एक्ट के तहत जिला प्रशासन से मुआवजा दिलाने की अपील की. उन्होंने कहा कि मृत परिवार को लेबर एक्ट के तहत कार्ड बना हुआ है .लेबर एक्ट के तहत जो मुआवजा मृत परिवार को मिलना चाहिए वह मुआवजा इन्हें जिला प्रशासन दे .
मृत परिवारों को मिला 4 लाख रुपए का मुआवजा
मृत परिवारों को चार लाख रुपए का मुआवजा मिला. सांसद ने मृत परिवारों के लोगों को भरोसा दिलाया. माँझी प्रखंड के मटियार गाँव के समीप बुधवार को हुए नाव हादसे के दूसरे दिन तक चार लोग लापता बताए जा रहे हैं. नाव पर सवार दिव्यांग भोला महतो चमेली देवी तथा रौशनी कुमारी गुरुवार की सुबह सकुशल बरामद कर ली गई जिनका सीएचसी में इलाज चल रहा है.
क्षमता से अधिक नाव पर सवार थे लोग
बुधवार की शाम सरयु नदी के उस किनारे परवल लत्ती की रोपनी कर लौट रहे 18 मजदूरों से लदी नाव नदी की बीच धारा में डूब गई. जिस पर सवार शिव बचन बीन उर्फ साधु बीन तैर कर अपनी जान बचाने में तो सफल हो गए पर उनकी पत्नी फूल कुमारो देवी 50 वर्ष और मुन्ना प्रसाद की पत्नी छठिया देवी की मौत हो गई.
गुरुवार को दोनों शवों का पोस्टमार्टम होने के बाद उसी घाट पर उनका दाह संस्कार सम्पन्न हो गया.फुलकुमारो देवी को उनके पति साधु बीन ने तथा छठिया देवी को उनके ग्यारह वर्षीय पुत्र रंजीत कुमार ने मुखाग्नि दी.
मृत परिवारों को सीओ ने दिया 4 – 4 लाख रुपए का चेक
गुरुवार की सुबह पहुँचे माँझी के सीओ धनंजय कुमार ने दोनों मृतकों के परिजनों को क्रमशः चार- चार लाख रुपये की राशि का चेक सौंप दिया.उधर नौका हादसे के बाद से अबतक लापता चार नाव सवार मजदूर सुभाष राम के अलावा मनजी प्रसाद की पुत्री पिंकी कुमारी 13 वर्ष, धनजी प्रसाद की पत्नी रमिता देवी तथा शत्रुघ्न बीन की पत्नी तारा देवी का न तो कोई सुराग मिल सका है और न ही उनका शव बरामद किया जा सका है.
जिला प्रशासन द्वारा गोताखोर एसडीआरएफ के करिब आधा दर्जन सदस्य मोटरबोट की सहायता से लापता लोगों के शवों की लगातार खोजबीन कर रहे है.