मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में गुरुवार को नाव डूबने से भीषण हादसा हुआ इस हादसे में कड़ी नाव पर 32 से ज्यादा लोग सवार थे स्कूल का समय होने के कारण छोटे बच्चों की संख्या भी थी. अभी तक 16 लोगों को बचा लिया गया है.
नदी के तेज बहाव में 12 लोग बह गए जिनमें ज्यादातर बच्चों की संख्या
नाव हादसे के सबसे भीषण घटनाओं में से एक मुजफ्फरपुर बागमती नाव कांड जिसमें 12 लोग पानी की तेज बहाव में बह गए. इनमें ज्यादातर छोटे बच्चों की संख्या थी. 7 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी इनका पता नहीं चला .अंधेरे होने की वजह से शाम 6:00 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन बंद करना पड़ा.अब कल शुक्रवार को सुबह से फिर गायब लोगों की तलाश की जाएगी
हादसे का कारण रस्सी टूटना जिससे नाव पलट गई
बागमती नदी अपने तेज बहाव के कारण वहां पर लगी नाव पर लोगो को रस्सी के सहारे पार कराया जा रहा था .तभी रस्सी अचानक टूट गई और नाव नदी में पलट गई.हादसा सुबह के करीब 10:00 बजे का है नाव में ज्यादातर स्कूली बच्चे सवार थे क्योंकि उस समय स्कूल का समय हो रहा था.यह घटना गयाघाट थाना क्षेत्र के बेनीबाद ओपी का है.
गांव में पुल नहीं होने की वजह से लोग नाव के सहारे नदी पार करते हैं
मुजफ्फरपुर गया घाट थाना क्षेत्र बेनीबाद ओपी के इस गांव में पुल नहीं होने की वजह से बच्चे और वहां के लोग नाव के सहारे ही इस पार से उसे पर आते जाते थे.
गयाघाट और बेनीबाद पुलिस के साथ एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू में लगी हुई है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी रहे मुजफ्फरपुर में मौजूद
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अपने विकास कार्य को लेकर एसकेएमसीएच में निर्मित पिक वार्ड का उद्घाटन कर रहे थे. पिक वार्ड बिहार वासियों और खासकर मुजफ्फरपुर के लिए माननीय मुख्यमंत्री द्वारा एक बहुत बड़ी सौगात है. इस तरह का अस्पताल बिहार के लिए एक अनोखा अस्पताल है.
डीएम और अन्य पदाधिकारी को नीतीश कुमार का निर्देश
मुजफ्फरपुर मौजूद नीतीश कुमार ने अपने उपस्थिति में वहां के डीएम और अन्य पदाधिकारी को त्वरित सहायता और मदद करने का दिशा निर्देश दिया उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों को राज्य सरकार हर संभव मदद करेगी
जिला पदाधिकारी का बयान
मुजफ्फरपुर जिला पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि लोगों को बचाने के लिए हर तरह की संभव मदद की जा रही है जितनी भी रेस्क्यू टीम है सबको इस कार्य में लगा दिया गया है नाव में सवार लोगों का सही आंकड़ा बताना अभी संभव नहीं है पर 14 से 15 लोग अभी तक बचा लिए गए हैं स्कूल का समय होने के कारण नाव में ज्यादातर बच्चों की संख्या थी हमारी प्राथमिकता पानी में वह लोगों को सुरक्षित निकलने और सरकारी मदद पीड़ित परिवार को देना है.