समस्तीपुर: बिहार सरकार सबसे प्रभावशाली कार्यक्रम में डायल 112 आता है जहां पर डायल करते के साथ तुरंत पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई की जाती है.
डायल 112 के कंट्रोल रूम में महिला ने की खुदकुशी
समस्तीपुर पुलिस की डायल 112 की महिला कांस्टेबल ने कंट्रोल रूम में बुधवार को आत्महत्या कर लिया महज 28 साल की अर्चना का शव कंट्रोल रूम में मिला उसने फंदे से लटक कर आत्महत्या की.
मौके से दो पन्ना का सुसाइड नोट बरामद, सिपाही पति के निलंबन पर उठाए थे सवाल क्वार्टर खाली करने का भी था दबाव
अर्चना के सुसाइड नोट के अनुसार उसके पति को निलंबित कर दिया गया था और उस पर क्वार्टर खाली करने का भी दबाव था इससे वह कहीं ना कहीं अंदर सेजूझ रही थी और मौका मिलते ही उसने आत्महत्या कर डाली.
सुसाइड नोट के कुछ अंश
पिछले दो महीने से क्वार्टर के लिए मेजर सर काफी परेशान कर रहे थे.साजिश के तहत मेरे पति और मेरे बच्चों को काफी परेशान किया जा रहा था.सभी प्रकार से इस पर सफाई दी. यहां तक की मेजर साहब के आवास पर भी गई इस घटना से मेरे पति बहुत परेशान है.
सर आपके मौखिक आदेश पर ही हम लोग उस सरकारी क्वार्टर में शिफ्ट हुए थे.इस पर उन्होंने जवाब दिया कि तुम्हारा पति सुमन बहुत मानवरू लड़का है इसको हम विधानसभा थाने का कमान दिए लेकिन नहीं गया.
अर्चना ने लिखा कि ताला तोड़ने का बहाना बताकर मुझे और मेरे पति को परेशान किया गया.फिर रूम खाली करवा दिया गया जहां शिफ्ट हुई वहां बहुत परेशान हो रही हूं बच्चे रोते रहते हैं.
अपने सीनियर से शिकायत की लेकिन कोई सहायता नहीं मिली बच्चों की पढ़ाई लोन और 5 सालों से प्राइवेट क्वार्टर में रहने से आर्थिक रूप से मैं परेशान हो चुकी हूं
अब मेरे पास इसके अलावा कोई चारा नहीं है मेजर साहब तानाशाह की तरह सिपाहियों से काम करवाते हैं.
2 महीने पहले अर्चना का पति हुआ था सस्पेंड
मृतक अर्चना का पति सुमन( उम्र 34) समस्तीपुर जिला सिपाही के पद पर तैनात था . काम में लापरवाही के कारण पिछले दो महीने से वह सस्पेंड चल रहा था जिसके कारण से जिस क्वार्टर में सुमन सिपाही रहता था उसे खाली करने का दबाव सिपाही सुमन पर पड़ा.इसी सब बातों को लेकर पत्नी अर्चना जो 112 पर कार्यरत थी आत्महत्या कर डाली उसने अपने सुसाइड नोट में पूरी तरह से वहां के मेजर को और उसके कार्य प्रणाली पर उंगली उठाया है.