पटना : सुशासन की सरकार में अब बिहार के प्रमुख स्टेशन में माने जाने वाला पटना रेलवे स्टेशन रेड लाइट एरिया में तब्दील होता जा रहा है ।शाम होते ही यहां दलाल सौदा करने के लिए लोगों को फंसाने का काम शुरू कर देते हैं ।
लड़की अगर अकेली हो तो दलाल बिछाते हैं जाल
अगर खूबसूरत लड़की दलालों को अकेले दिख जाती है तो लालच देकर फंसाने की कोशिश करता है और इतना ही नहीं जरूरत पड़ने पर बलपूर्वक लड़की को अपने गाड़ी में बैठाने की कोशिश करते हैं यह संख्या बल में अकेले नहीं होते। दलाल 20- 25 की संख्या में स्टेशन परिसर के आसपास शाम होते ही घूमते रहते हैं। ये कभी कुली के भेष में तो कभी भेंडर के रूप में रहते हैं आम लोगों को इनकी पहचान करना बहुत मुश्किल साबित होता है।
रेलवे पुलिस बनी रहती है मुख दर्शक
सूत्रों के हवाले से हम आपको बताते हैं की स्थानीय रेलवे पुलिस को सब कुछ मालूम होते हुए भी वह मुख दर्शक के रूप में केवल तमाशा देखते रहती है ।ह्यूमन ट्रैफिकिंग के नाम पर बिहार में पटना का रेलवे स्टेशन अब अपनी पहचान बनता जा रहा है। क्योंकि प्रशासन ह्यूमन ट्रैफिकिंग को रोकने की जगह केवल सूचना इकट्ठा करने के लिए रह गई है।
सुंदरता की यार में अंधेरे में होती है छिन-छोड़ की घटना
सावधान ! सुंदर कन्याओं के जाल में पटना रेलवे स्टेशन की उस सुनसान एरिया में अगर आप चले जाते हैं तो अपने सामान के साथ अपने जीवन को भी संकट मे डाल सकते हैं। अक्सर अंधेरों का लाभ उठाकर लड़कियों का दलाल कस्टमर को पटना जंक्शन के सुनसान जगह की ओर लाने को कहता हैं और मौका देख कर एक महिला के साथ चार दलाल आपको लूट लेते हैं।जबरदस्ती करने पर चाकू की नोक पर आपसे सामान छीन लेते हैं।