समस्तीपुर – समस्तीपुर जिला के मोहनपुर ओपी प्रभारी शाहिद नंदकिशोर यादव की हत्याकांड को पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए दरोगा के हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है इसका खुलासा समस्तीपुर एसपी विनय तिवारी ने किया ।
एसपी ने किया खुलासा
उन्होंने कहा कि समस्तीपुर के मोहनपुर ओपी में पदस्थापित शहीद दरोगा नंदकिशोर यादव की सक्रिय पशु तस्करों द्वारा हत्या की गई है।इस हत्याकांड में गिरफ्तारी के लिए एसआइटी का गठन किया गया था। इसमें टॉप 10 पशु तस्करों की एक सूची तैयार की गई थी और उसे सूची के आधार पर काम किया गया था। एसआइटी के कड़ी मेहनत के बाद चार अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया।
शहीद नंदकिशोर यादव के हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार भी बरामद
इन हथियारों में दरोगा नंदकिशोर यादव की हत्या में जो हथियार इस्तेमाल किए गए थे वह भी बरामद हुए । पकड़े गए हथियारों को फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा। ताकि अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा तुरंत दिलाई जा सके अन्य अपराधियों के लिए एसआईटी द्वारा राज्य और राज्य के बाहर लगातार छापेमारी की जा रही है।
सक्रिय पशु तस्कर गिरोह में 25 से 30 लोग के शामिल होने की उम्मीद। इनके तार नालंदा जिले से जुड़े हुए
पशु तस्कर का यह संगठित गिरोह है।जिसका तार नालंदा जिला से जुड़ा हुआ है ।सूत्रों के मुताबिक इस गिरोह के ज्यादातर सदस्य नालंदा जिला के रहने वाले हैं ।
पशु तस्करों के पास कई वाहनो के साथ आधुनिक हथियार भी है
पशु तस्कर पूरी तरह से संगठित होकर अपने कार्य को अंजाम देते हैं ।उनके पास कई वाहन मौजूद है सूत्रों के हवाले से वह कई आधुनिक हथियारों से लैस है।
पशु तस्कर चोरी किए गए पशुओं को दो तरह से काम में लाते हैं।
ये लोग चोरी किए गए पशु को दो तरह से खपाते थे। जो पशु दूधारू नहीं होते, उसे कसाय बाजार कटाने के लिए भेज देते हैं। वहीं जो पशु दूधारू होती उसे विभिन्न एजेंट के माध्यम से बेचने का काम करते हैं। गिरोह के सदस्य अलग-अलग तरीके से कार्य को अंजाम देते है। एसपी ने बताया कि पशु कहां काटे और बेचे जाते है पूरी जानकारी मिल गई है। पूरे रैकेट की गिरफ्तारी के लिए संबंधित थाने की मदद ली जाएगी।
शाहिद दरोगा की पत्नी को उनका हक दिलाने के लिए भी एसआइटी का गठन किया गया था
एसपी ने कहा कि शहीद दारोगा नंदकिशोर यादव के परिजनों के साथ दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित होने के कारण सरकार द्वारा सभी सरकारी लाभ 10 दिनों के अंदर दिलाने के लिए अलग से एसआइटी बनाया गया था। एसआइटी ने सभी कागजी कार्य पूरा कर लिया है। कुछ ही दिनों में सभी लाभ मृतक के परिवार को प्रदान कर दिया जाएगा।
समस्तीपुर/ दलसिंहसराय से राजकुमार सिंह की रिपोर्ट।