मोतिहारी: पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए कुख्यात गैंगस्टर लाॅरेंस विश्नोई एवं फिल्म अभिनेता सलमान खान को जान मारने की धमकी देकर सुर्खियों में आए विक्रमजीत सिंह ऊर्फ विक्रम बरार गैंग के दो सक्रिय अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया.
भारत नेपाल सीमा से हुई दोनों की गिरफ्तारी
दोनों की गिरफ्तारी भारत- नेपाल सीमा अवस्थित रक्सौल थाना क्षेत्र के नोनियाडीह से कल शाम तब की गई जब ये किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे.गिरफ्तार अपराधियों के नाम शशांक पाण्डेय एवं त्रिभुवन साह है। पुलिस ने इनके पास से 09 एम.एम. का एक पिस्टल, कारतूस, नेपाली एवं भारतीय करेंसी व मोटरसाइकिल बरामद किया है.
पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया
पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि शशांक पाण्डेय लारेंस विश्नोई गैंग व विक्रम बरार गैंग से जुडा है. शशांक पाण्डेय दो बार दुबई जा चुका है.एसपी ने बताया कि पहली बार दुबई जाने पर शशांक विक्रम बरार के भी बेहद करीब आ गया तथा विक्रम बरार के कहने पर वह दोबारा दुबई गया था
विक्रम बरार गैंगस्टर ने दी थी भारतीय सुपरस्टार सलमान खान को जान से मारने की धमकी
विक्रम बरार वही गैंगस्टर है जिसके विरुद्ध भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार सलमान खान को जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगा था. पुलिस अधीक्षक श्री मिश्र ने बताया कि दुबई से शशांक ने लांरेंस विश्नोई के छोटे भाई अनमोल विश्नोई के नाम पर हरियाणा के अंबाला के आम आदमी पार्टी के नेता और जिला परिषद सदस्य मक्खन सिंह लवाना से रंगदारी की मांग की थी. मामले में अंबाला थाना सेक्टर 09 , थाना कांड संख्या- 83/23 में 50 लाख रंगदारी एवं घर पर फायरिंग करने के दर्ज कांड में शशांक वाछित था.
राजस्थान के जयपुर में ज्वेलरी दुकान से लूटा था अपराधियों ने एक करोड़ का जेवर
एसपी ने बताया कि मक्खन सिंह लवाना भी अपराधी किस्म का व्यक्ति है, जो जेल भी जा चुका है। इसके अलावा चोमू जयपुर में वर्ष 2021 में ज्वेलरी दुकान से एक करोड़ की डकैती कांड में भी शशांक वांछित था. जयपुर ज्वेलरी की घटना को इसने गैंगस्टर विक्रम बरार के कहने पर अंजाम दिया था.एसपी ने कहा इसके विरुद्ध संज्ञान में आए दर्ज चार कांडों में से दो में यह जेल जा चुका है, जबकि दो में वांछित था.
उन्होंने बताया कि उतर प्रदेश के गोरखपुर में इस वर्ष जून- जुलाई में इसके पिता के घर पर एन.आई.ए. ने रेड किया था, इसके पिता वहां ठेकेदारी का कार्य करते हैं। पुलिस अधीक्षक कांतेश ने बताया कि शशांक दुबई से नेपाल की राजधानी काठमांडू आया था, फिर वहां से अपने गांव आया, जहां इसे पैसे की कमी हो गई. इसे बताया गया कि यहां भी बड़े लोगों से रंगदारी मांगी जा सकती है. इसी उद्देश्य से त्रिभुवन के साथ वह रक्सौल में सक्रिय था, जहां त्रिभुवन रंगदारी के लिए उसे को-ऑर्डिनेट कर रहा था। त्रिभुवन के खिलाफ भी आपराधिक मामले दर्ज हैं.
गुप्त सूचना के आधार पर एसपी ने की गिरफ्तारी
पुलिस को इन अपराधियों की मौजदूगी की गुप्त सूचना मिली. पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्र ने सीमावर्ती सभी थानों को चौकसी का निर्देश देते हुए सहायक पुलिस अधीक्षक राज के नेतृत्व में टीम गठित किया. पुलिस ने आसपास के थाना क्षेत्र की नाकेबंदी कर इन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हरियाणा पुलिस इन्हें रिमांड पर पूछताछ के लिए ले जायेगी.