पटना: बिहार बार काउंसिल का चुनाव 20 दिसंबर 2023 को होना है इसको लेकर अधिवक्ताओं में काफी जोश देखा जा सकता है बार काउंसिल के चुनाव के द्वारा कई पदों पर चुने गए अधिवक्ताओं अपना कार्यभार संभालेलेंगे
चुनाव प्रचार तेज उम्मीदवार पूरे जोश में
बार काउंसिल के चुनाव को लेकर सारे उम्मीदवार अपने-अपने ढंग से वकील मतदाताओं को अपने पक्ष में वोट डालने के लिए आकर्षित कर रहे हैं इस चुनाव की खास बात यही है कि इस चुनाव में जो रजिस्टर्ड अधिवक्ता है वह अपने वोट का प्रयोग करके उम्मीदवार को जीत दिलाते हैं यह चुनाव शिक्षित वर्गों का चुनाव है और इसके उम्मीदवार भी चुनावी एजेंडा के द्वारा मतदाताओं को मत डालने के लिए प्रेरित करते हैं
बिहार के किसी भी न्यायालय के अधिवक्ता हो सकते हैं उम्मीदवार
बिहार के किसी भी न्यायालय के अधिवक्ता इस चुनाव में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं
बात करें व्यवहार न्यायालय दानापुर के अधिवक्ता शिवकुमार की तो उन्होंने भी इस चुनाव में बतौर उम्मीदवार अपना पर्चा दाखिल किया है उन्होंने बार काउंसिल के सदस्य के रूप में अपना पर्चा दाखिल किया है वह अभी का कई वर्षों से व्यवहार न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में प्रैक्टिस कर रहे हैं
चुनाव चाहे राजनीतिक हो या किसी संगठन का चुनाव में किसी प्रत्याशी की जीत तो किसी की हार निश्चित है. जीतता वही है जिसके पक्ष में मतदाता अपने मतों का प्रयोग करते हैं लोकतंत्र में चुनाव के द्वारा ही प्रत्याशी की जीत और हार होती है और यही लोकतंत्र की खूबसूरती है