झामुमो विधायकों को पार्टी ने दिया जवाब, किसी को कोई तकलीफ है तो सीएम के समक्ष रख सकते हैं बात
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पार्टी कार्यकारी अध्यक्ष राज्य से बाहर हैं

रांची : झामुमो के दो विधायक सीता सोरेन और लोबिन हेंब्रोम के पार्टी विरोधी गतिविधियो में शामिल होने का मामला प्रकाश में आने के बाद सियासी भूचाल आ गया है। इसको लेकर सरकार से लेकर पार्टी लेबल पर हलचल तेज हो गई हैं। अभी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पार्टी कार्यकारी अध्यक्ष राज्य से बाहर हैं। ऐसे में इस तरह की बातें सामने आने के बाद सरकार में खलबली मच गई है। झामुमो नेता मनोज पांडेय ने कहा कि पार्टी के अंदर आंतरिक लोकतंत्र है। हमारे सभी विधायक एकजुट हैं। अगर किसी विधायकों को कोई तकलीफ है तो वह अपनी बात खुलकर मुख्यमंत्री के समक्ष रख सकते हैं। संवेदनशील मुख्यमंत्री हर मसलों का समाधान निकालने में सक्षम हैं। पार्टी के विधायकों को सलाह है कि भाजपा के बहकावे में ना आएं। भाजपा अपने मंसूबे में कभी कामयाब नहीं होगी। पहले भी कोशिश की गई थी।
सीएम के वापस लौटने पर पार्टी लेगी फैसला
झामुमो वरिष्ठ नेता विनोद पांडेय न कहा कि पार्टी के संज्ञान में सारी चीजें आई हैं। फिलहाल पार्टी अध्यक्ष और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष दोनों बाहर हैं। उनके वापस लौटने पर इन चीजों पर गंभीरतापूर्वक विचार होगा। जैसा निर्देश पार्टी अध्यक्ष और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष का होगा पार्टी आगे फैसला लेगी। विधायकों ने लिखित में जानकारी पार्टी अध्यक्ष और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष को दी है या नहीं इसकी जानकारी पार्टी को नहीं है। झामुमो सहित गठबंधन दलों के सभी विधायक एकजुट हैं।