नस्लभेद व नफरत के ख़िलाफ़ एक सुर में बोलना होगा: यूएन महासचिव
नस्लभेद दुनिया भर में समुदायों को अस्थिर बनाता है. लोकतंत्रों की महत्ता को कम करता है, सरकारों की वैधता का ह्रास करता है.

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि नस्लभेद व नफरत के खिलाफ लोगों को एक सुर में बोलना होगा. दरअसल, एंतोनियो गुटेरेश ‘नस्लभेद का उन्मूलन करने के अन्तरराष्ट्रीय दिवस’ को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने आगे कहा कि नस्लभेद दुनिया भर में समुदायों को अस्थिर बनाता है. लोकतंत्रों की महत्ता को कम करता है, सरकारों की वैधता का ह्रास करता है.
विश्व से आवाज बुलंद करने का किया आग्रह-
यूएन प्रमुख ने कहा, “हर जगह समानता व मानवाधिकारों के लिये चलाए जा आन्दोलनों के साथ एकजुटता में शामिल होना, हम सबकी ज़िम्मेदारी है. और हमें उन सभी के साथ भी एकजुटता दिखानी है जो संघर्ष से बचकर सुरक्षा के लिये भाग रहे हैं.” उन्होंने पूरे विश्व से नफ़रत के ख़िलाफ़ तमाम ऑफ़लाइन व ऑनलाइन मंचों पर आवाज़ बुलन्द करने का आग्रह किया.
अन्याय का अनुभव करने वालों की सुननी होगी बात-
एंतोनियो गुटेरेश ने निर्धनता और बहिष्करण का मुक़ाबला करने, शिक्षा में निवेश करने, और विश्वास निर्माण व सामाजिक समरसता के लिये, अधिकारों पर आधारित एक सामाजिक सम्विदा का आहवान किया.
उन्होंने ज़ोर देकर कहा, “जो लोग अन्याय का अनुभव कर रहे हैं, हमें उनकी बात सुननी होगी और ये सुनिश्चित करना होगा कि उनकी चिन्ताएँ और मांगें, भेदभावपूर्ण ढाँचों को ढहा देने के प्रयासों के केन्द्र में जगह पाएँ.”