10 दिन बाद होगी मैट्रिक-इंटर की परीक्षा, बच्चे हैं तनाव में, शिक्षाविदों ने दिए सुझाव

रांची : 10 दिन बाद 24 मार्च से झारखंड में मैट्रिक इंटर की परीक्षाएं शुरू हो जाएगी। परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों में टेंशन देखने को मिल रहा है। रविवार को विद्यार्थियों ने अपनी समस्या को साझा करते हुए कहा कि मात्र 10 दिन में बेहतर रिजल्ट लाने के लिए रोजाना 4 से 6 घंटे तक वह पढ़ाई कर रहे हैं। इसके अलावा एक्सपोर्ट से भी बेहतर रिजल्ट के लिए सुझाव ले रहे हैं। विद्यार्थियों की सबसे अधिक परेशानी गणित, फिजिक्स और केमिस्ट्री सब्जेक्ट में देखने को मिल रही है। विद्यार्थियों ने कहा कि गणित, फिजिक्स, केमिस्ट्री जैसे सब्जेक्ट में बिना रिवीजन के बेहतर अंक ला पाना असंभव है। वहीं, जबकि सोशल साइंस, हिंदी, इंग्लिश, संस्कृत जैसे विषयों पर विद्यार्थियों में टेंशन कम दिखाई पड़ रहा है। जिला स्कूल के दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले पवन महतो ने बताया कि सबसे अधिक परेशानी छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों को करनी पड़ रही है। छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थी सुबह कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करने के बाद परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। पवन ने बताया कि छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थी सुबह खाना पकाना, कपड़ा धोना, पानी भरना जैसे कार्य करने के बाद अपनी पढ़ाई में जुट रहे हैं। खाना पकाना, कपड़ा धोना, पानी भरने जैसे कार्यों में कई घंटों का समय बर्बाद हो रहा है। 10 दिनों में बेहतर रिजल्ट के लिए अधिक से अधिक समय परीक्षा की तैयारी में देने की जरूरत है, लेकिन छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों के साथ ऐसा नहीं हो पा रहा है।
एक्सपर्ट की सुनिए राय
जो विषय अधिक समझ में आएं उसपर करें अधिक फोकस : दीपा चौधरी
शिक्षाविद दीपा चौधरी ने कहा कि झारखंड बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र या मॉडल पेपर को हल करते समय प्रदर्शन का विश्लेषण करना बहुत महत्वपूर्ण है। इन पेपरों को हल करते समय इस बात पर ध्यान दें कि कौन से विषय को आपने कम या ज्यादा समय देना है। इससे आपको यह भी पता चल जाएगा कि आपको किस विषय पर कितना समय देना है। छात्रों के लिए अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्हें आपकी कमी के बारे में पता चल जाएगा।
पूरा फोकस रीविजन पर हो : दिव्या सिंह
शिक्षाविद और बालकृष्ण उच्च विद्यालय की प्राचार्य दिव्या सिंह ने बताया कि पूरा सिलेबस पढ़ने का समय नहीं है। इस समय छात्रों को रिवीजन पर ध्यान देना चाहिए। छात्रों ने अबतक जो पढ़ा है, उसे दो-तीन बार दोबारा पढ़ें और अवधारणाओं को पूरी तरह समझें। कोई कसर न छोड़ें और याद रखें कि झारखंड बोर्ड परीक्षा में हर विषय और अध्याय आपको अच्छे अंक लाने में मदद करेगा। बोर्ड के प्रश्नपत्रों की तैयारी के लिए प्रमुख रणनीतियों में से एक यह है कि आपको यह समझना चाहिए कि प्रत्येक विषय की तैयारी के लिए अलग-अलग तरीकों की आवश्यकता होती है। साथ ही, छात्रों को टेबल, फॉर्मूले और शॉर्ट ट्रिक्स के अलग-अलग नोट्स रखने की सलाह दी जाती है।