समस्तीपुर: समस्तीपुर के मुफस्सिल थाने की एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. एक लड़की का अपहरण बीते 25 अगस्त को हुआ था. लड़की का अपहरण कर के दरिंदों ने उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया .26 अगस्त की शाम लड़की को मृत समझ कर अपराधियों ने उसे उसके घर के पास फेंक दिया. इलाज के दौरान पीड़ित लड़की की मौत हो गई . परिजनों ने शव को रख सड़क जाम किया
अपराधियों ने अपनी पहचान छुपाने के लिए लड़की को जहर दिया
अपराधियों ने गैंगरेप की घटना के बाद अपनी पहचान छुपाने के लिए मासूम सी बच्ची को जहर दे दिया. मृतक लड़की के रिश्तेदारों ने लड़की की गुमशुद की सूचना 25 अगस्त को ही नजदीक के मुफस्सिल थाने में दी थी परंतु पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई नहीं करने के कारण यह अमानवीय घटना घटी.
मृतक के परिवार ने लगाया दरोगा पर ₹20000 रिश्वत मांगने का आरोप
25 अगस्त को जब बच्ची गायब हुई थी तो इसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट नजदीकी थाना में उसके परिजनों द्वारा किया गया था . परिवार वालों का आरोप है कि वहां के दरोगा ने बच्ची को खोजने के लिए ₹20000 की रिश्वत मांगी थी .परिवार वालों का आरोप है कि दरोगा ने कहा अगर बच्ची चाहिए तो ₹20000 देने होंगे.
डीएसपी संजय पांडे ने दरोगा द्वारा परिवार वालों से रिश्वत मांगने का आरोप को किया खारिज
खाकी के पीछे की सच्चाई जो हो पर बच्ची के साथ गैंगरेप और उसके बाद जहर देने की घटना कहीं ना कहीं पुलिसिया लापरवाही को दर्शाता है. अगर सही समय पर दिए गए आवेदन पर पुलिस द्वारा अनुसंधान किया जाता तो शायद वह बच्ची आज जिंदा होती.
पुलिस के गिरफ्त से अपराधी अब भी फरार कौन है इस मासूम का हत्यारा पुलिस के पास अभी नहीं है कोई जवाब
गुमशुदगी से लेकर मौत की घटना को कई दिन बीत गए पर पुलिस के गिरफ्त से अभी भी हत्यारे फरार है. क्या यह घटना समस्तीपुर की निर्भया कांड नहीं है? इतने दिन बीत जाने के बाद भी कौन है हत्यारा ?कौन है अपहरण कर्ता?कौन है रैफिस्ट? पुलिस इसे अभी बहुत दूर है अनुसंधान जारी है.