मुंबई : बोमन ईरानी जिसे पहचान मिली फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस के बाद। जब उन्हें इस फिल्म में काम करने का ऑफर मिला तो उस समय उनकी उम्र लगभग 44 साल की थी।
फिल्म से पहले बेकरी में काम करते थे बोमेन ईरानी
फिल्म में आने से पहले बोमेन ईरानी अपने ही बकरी में काम करते थे। उनका फैमिली बिजनेस था। जिसे आगे बढ़ने की जिम्मेदारी बोमेन ईरानी पर थी। वह हमेशा से कुछ बड़ा करना चाहते थे ।जिसमें सिर्फ उनकी मेहनत शामिल रहे।
2 साल तक किया होटल ताज में वेटर की नौकरी
बोमन ईरानी शुरुआती सफर में उन्होंने 2 साल तक होटल ताज में वेटर की नौकरी की जहां उन्हें जिंदगी सीखने का मौका मिला। वेटर को जो टिप्स मिलता था वह उसे अपने पिगी बैंक में इकट्ठा करते थे।जुनून इतना की उस पैसा को वह इसलिए जमा करते थे ताकि फोटोग्राफी के अपने शौक को पूरा करने के लिए वह एक अच्छा कैमरा ले सके।
एक कैमरे ने बदली जिंदगी
बोमन ईरानी के इसी शौक ने उनके जीवन की सफलता की पहली सीढ़ी का काम किया। उस कैमरे के द्वारा बोमेन ईरानी स्पोर्ट्स पिक्चर खींचा करते थे। धीरे-धीरे उनकी खींची गई तस्वीरें अखबार में छपने लगी इसी दौरान एक फॉरेन मैगजीन को उन्होंने अपनी खींची गई फोटो भेजी। जिससे उन्हें काफी पैसे मिला।
बोमन ईरानी ने खोला स्टूडियो
कहावत है जो इंसान मेहनती होता है उसकी मदद खुद भगवान भी करता है। बोमेन ईरानी के लिए यह पंक्ति सही बैठती है। उनके द्वारा खोली गई स्टूडियो तो घाटे में चलने लगी पर इसी स्टूडियो के माध्यम से उनकी मुलाकात श्यामक डावर से हुई उन्हें बोमेन ईरानी द्वारा खींची गई तस्वीर बहुत पसंद आई और उन्हीं के द्वारा बातों बातों में एक्टर बनने का ऑफर मिला।
बोमन ईरानी को मिला थिएटर में काम करने का मौका
श्यामक डावर के द्वारा उन्हें थिएटर में काम करने का मौका मिला ।लोगों को उनके द्वारा किया गया परफॉर्मेंस काफी पसंद आया ।लोगों ने उनकी खूब तारीफें की ।इस तरह 14 सालों तक बोमन ईरानी थिएटर में काम करते रहे।
फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस से बॉलीवुड में मिली पहचान
बोमन ईरानी को 2003 की फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस से बॉलीवुड में एंट्री मिली और यही फिल्म उनके पहचान का कारण बना। थिएटर का लंबा अनुभव ने उनके किरदार को सिल्वर स्क्रीन पर जीवंत कर डाला। मुन्ना भाई एमबीबीएस साइन करने के बाद बोमन ईरानी अब तक लगभग 100 से भी ज्यादा हिंदी फिल्में कर चुके हैं ।